नम् धातु के रूप | Nam Dhatu Ke Roop

नम् धातु भ्वादीगणीय धातु है। यह एक परस्मैपदीय धातु है। इस गण की सभी धातुओं क रूप इसी धातु की तरह चलते है। संस्कृत मे सभी धातुओं को दस गणों मे बाँटा गया है। सभी गण की धातुओं के रूप प्राय: एक प्रकार से ही चलते है। इस आर्टिकल मे हम पाँच लकारो मे nam dhatu roop का अध्ययन करेंगे।

इस धातु का अर्थ

नम् धातु का हिन्दी में अर्थ नमस्कार करना होता है।

1.लट् लकार नम् धातु

लट लकार को हिन्दी मे वर्तमान काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे नम धातु के रूप निम्न है-

एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरूष नमति नमतः नमन्ति
मध्यम पुरूष नमसि नमथः नमथ
उत्तम पुरूष नमामि नमावः नमामः

नम् धातु के लट् लकार मे वाक्य और उदाहरण

लट् लकार में नम् धातु के कुछ  वाक्य और उदाहरण इस प्रकार है।

संंस्कृत मे वाक्य हिन्दी मे अर्थ
  1. सः नमति।
  2. तौ नमतः।
  3. ते नमन्ति।
  4. त्वम् नमसि।
  5. यवाम् नमथः।
  6. यूयम् नमथ।
  7. अहम् नमामि।
  8. आवाम् नमावः।
  9. वयम् नमामः।
  10. सा नमति।
  11. ते नमतः।
  12. ता नमन्ति।
  1. वह नमस्कार करता है।
  2. वे दोनों नमस्कार करते है।
  3. वे सब नमस्कार करते है
  4. तुम नमस्कार करते है
  5. तुम दोनों नमस्कार करते है
  6. तुम सब नमस्कार करते है
  7. मैं नमस्कार करता है।
  8. हम दोनों नमस्कार करते है
  9. हम सब नमस्कार करते है
  10. वह नमस्कार करती है
  11. वे दोनों नमस्कार करती है
  12. वे सब नमस्कार करती है

2.लङ लकार नम् धातु

लड़ लकार को हिन्दी मे भूत काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे नम् धातु के रूप निम्न है-

एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरूष अनमत् अनमताम् अनमन्
मध्यम पुरूष अनमः अनमतम् अनमत
उत्तम पुरूष अनमम् अनमाव अनमाम

नम् धातु के लङ लकार मे वाक्य और उदाहरण-

लङ लकार में नम् धातु के कुछ उदाहरण इस प्रकार है।

संंस्कृत मे वाक्य हिन्दी मे अर्थ
  1. सः अनमत् ।
  2. तौ अनमताम्।
  3. ते अनमन्।
  4. त्वम् अनमः।
  5. यवाम् अनमतम्।
  6. यूयम् अनमत।
  7. अहम् अनमम् ।
  8. आवाम् अनमाव।
  9. वयम् अनमाम।
  10. सा अनमत्।
  11. ते अनमताम्।
  12. ता अनमन्।
  1. उसने नमस्कार किया।
  2. उन दोनों ने नमस्कार किया।
  3. उन सब ने नमस्कार किया।
  4. तुमने नमस्कार किया।
  5. तुम दोनों ने नमस्कार किया।
  6. तुम सब ने नमस्कार किया।
  7. मैंने नमस्कार किया।
  8. हम दोनों ने नमस्कार किया।
  9. हम सब ने नमस्कार किया।
  10. उसने नमस्कार किया।
  11. उन दोनों ने नमस्कार किया।
  12. उन सब ने नमस्कार किया।

3.लृट् लकार nam dhatu ke roop

लृट लकार को हिन्दी मे भविष्यत् काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे nam dhatu ke roop निम्न है-

एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरूष नंस्यति नंस्यतः नंस्यन्ति
मध्यम पुरूष नंस्यसि नंस्यथः नंस्यथ
उत्तम पुरूष नंस्यामि नंस्यावः नंस्यामः

नम् धातु (nam dhatu ke roop ) के लृट लकार मे वाक्य और उदाहरण-

लृट लकार में नम् धातु के कुछ उदाहरण इस प्रकार है।

संंस्कृत मे वाक्य हिन्दी मे अर्थ
  1. सः नंस्यति।
  2. तौ नंस्यतः।
  3. ते नंस्यन्ति।
  4. त्वम् नंस्यसि।
  5. यवाम् नंस्यथः।
  6. यूयम् नंस्यथ।
  7. अहम् नंस्यामि।
  8. आवाम् नंस्यावः।
  9. वयम् नंस्यामः।
  10. सा नंस्यति।
  11. ते नंस्यतः।
  12. ता नंस्यन्ति।
  1. वह नमस्कार करेगा।
  2. वे दोनों नमस्कार करेंगे।
  3. वे सब नमस्कार करेंगे।
  4. तुम सब नमस्कार करोंगे।
  5. तुम दोनों नमस्कार करोंगे।
  6. तुम सब नमस्कार करोंगे।
  7. मैं नमस्कार करूँगा।
  8. हम दोनों नमस्कार करेंगे।
  9. हम सब नमस्कार करेंगे।
  10. वह नमस्कार करेगी।
  11. वे दोनों नमस्कार करेगीं।
  12. वे सब नमस्कार करेगीं।

4.लोट् लकार nam dhatu ke roop

लोट लकार को हिन्दी मे आज्ञावाचक के रूप मे जाना जाता है। यह आज्ञा लेने और देने, प्रार्थना, अनुमति, आशिर्वाद आदि से सम्बन्धित है। इसमे नम् धातु के रूप निम्न है-

एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरूष नमतु नमताम् नमन्तु
मध्यम पुरूष नम नमतम् नमत
उत्तम पुरूष नमानि नमाव नमाम

नम् धातु के लोट् लकार मे वाक्य और उदाहरण-

लोट् लकार मेंं नम् धातु के कुछ उदाहरण इस प्रकार है।

संंस्कृत मे वाक्य हिन्दी मे अर्थ
  1. सः नमतु।
  2. तौ नमताम्।
  3. ते नमन्तु।
  4. त्वम् नम।
  5. यवाम् नमतम्।
  6. यूयम् नमत।
  7. अहम् नमानि।
  8. आवाम् नमाव।
  9. वयम् नमाव।
  10. सा नमतु।
  11. ते नमताम्।
  12. ता नमन्तु।
  1. वह नमस्कार करे।
  2. वे दोनों नमस्कार करे।
  3. वे सब नमस्कार करे।
  4. तुम नमस्कार करो।
  5. तुम दोनों नमस्कार करों।
  6. तुम सब नमस्कार करों।
  7. मैं नमस्कार करू।
  8. हम दोनों नमस्कार करें।
  9. हम सब नमस्कार करें।
  10. वह नमस्कार करे।
  11. वे दोनों नमस्कार करे।
  12. वे सब नमस्कार करे।

5.विधिलिङ लकार nam dhatu ke roop

लोट लकार चाहिए के अर्थ मे प्रयोग होता है। इसमे नम् धातु के रूप निम्न है-

एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरूष नमेत नमेताम् नमेयु
मध्यम पुरूष नमेः नमेतम् नमेत
उत्तम पुरूष नमेयम नमेव नमेम

नम् धातु के विधिलिङ लकार मे वाक्य और उदाहरण-

विधिलिङ लकार में नम् धातु  के कुछ उदाहरण इस प्रकार है।

संंस्कृत मे वाक्य हिन्दी मे अर्थ
  1. सः नमेत।
  2. तौ नमेताम्।
  3. ते नमेयु।
  4. त्वम् नमेः।
  5. यवाम् नमेतम्।
  6. यूयम् नमेत।
  7. अहम् नमेयम।
  8. आवाम् नमेव।
  9. वयम् नमेम।
  10. सा नमेत।
  11. ते नमेताम्।
  12. ता नमेयु।
  1. उसे नमस्कार करना चाहिए।
  2. उन दोनों को नमस्कार करना चाहिए।
  3. उन सब को नमस्कार करना चाहिए।
  4. तुमको नमस्कार करना चाहिए।
  5. तुम दोनों को नमस्कार करना चाहिए।
  6. तुम सब को नमस्कार करना चाहिए।
  7. मुझे नमस्कार करना चाहिए।
  8. हम दोनों को नमस्कार करना चाहिए।
  9. हम सब को नमस्कार करना चाहिए।
  10. उसे नमस्कार करना चाहिए।
  11. उन दोनों को नमस्कार करना चाहिए।
  12. उन सब को नमस्कार करना चाहिए।

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