दृश् (पश्य) धातु के रूप | Drish (Pashy) Dhatu Roop in Sanskrit | Drish (Pashy) Dhatu
यह एक भ्वादीगणीय धातु है। संस्कृत में सभी धातुओं को दस गणों मे बाँटा गया है। यह प्रथम गण की धातु है। इस गण की सभी धातुओं के रूप इसी धातु की तरह चलते है। यहाँ हम आर्टिकल ‘Drish (Pashy) Dhatu Roop in Sanskrit’ पर प्रकाश डालेंगे। इस आर्टिकल में पाँच लकारों में दृश् (पश्य)धातु के रूप दिये गये है।
दृश् (पश्य) धातु का हिन्दी में अर्थ
इस धातु का हिन्दी में अर्थ देखना (To see) होता है।
लट् लकार में दृश् (पश्य) धातु के रूप ( Lat Lakar Drish (Pashy) Dhatu Roop in Sanskrit)
लट लकार को हिन्दी मे वर्तमान काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे दृश् (पश्य) धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | पश्यति | पश्यतः | पश्यन्ति |
मध्यम पुरूष | पश्यसि | पश्यथः | पश्यथ |
उत्तम पुरूष | पश्यामि | पश्यावः | पश्यामः |
दृश् (पश्य) धातु के लट् लकार में वाक्य और उदाहरण
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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लृट लकार मे दृश् (पश्य) धातु के रूप (Lrit Lakar Drish (Pashy) Dhatu Roop in Sanskrit)
लृट लकार को हिन्दी मे भविष्यत् काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे दृश् (पश्य) धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | द्रक्ष्यति | द्रक्ष्यत: | द्रक्ष्यन्ति |
मध्यम पूरूष | द्रक्ष्यसि | द्रक्ष्यथ: | द्रक्ष्यथ |
उत्तम पुरूष | द्रक्ष्यामि | द्रक्ष्याव: | द्रक्ष्याम: |
दृश् (पश्य) धातु के लृट लकार में वाक्य और उदाहरण
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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लड़ लकार मे दृश् (पश्य)धातु के रूप ( Lang Lakar Drish (Pashy) Dhatu Roop in Sanskrit)
लड़ लकार को हिन्दी मे भूत काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे दृश् (पश्य) धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | अपश्यत | अपश्यताम | अपश्यन |
मध्यम पुरूष | अपश्यः | अपश्यतम् | अपश्यत् |
उत्तम पुरूष | अपश्याम् | अपश्याव | अपश्याम् |
दृश् (पश्य)धातु के लड़ लकार मे वाक्य और उदाहरण
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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लोट लकार मे दृश् (पश्य) धातु के रूप ( Lot Lakar Drish (Pashy) Dhatu Roop in Sanskrit)
लोट लकार को हिन्दी मे आज्ञावाचक के रूप मे जाना जाता है। यह आज्ञा लेने और देने, प्रार्थना, अनुमति, आशिर्वाद आदि से सम्बन्धित है। इसमे दृश् (पश्य) धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | पश्यतु | पश्यताम् | पश्यन्तु |
मध्यम पुरूष | पश्य | पश्यतम् | पश्यत |
उत्तम पुरूष | पश्यानि | पश्याव | पश्याम |
दृश् (पश्य) धातु के लोट लकार मे वाक्य और उदाहरण
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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विधिलिंङ लकार मे दृश् (पश्य) धातु के रूप (Vidhiling Lakar Drish (Pashy) Dhatu Roop in Sanskrit)
विधिलिंङ लकार चाहिए के अर्थ मे प्रयोग होता है। इसमे दृश् (पश्य) धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | पश्येत | पश्येताम् | पश्येयु: |
मध्यम पुरूष | पश्ये: | पश्येतम् | पश्येत |
उत्तम पुरूष | पश्येयम् | पश्येव | पश्येम |
दृश् (पश्य) के विधिलिङ लकार मे वाक्य और उदाहरण-
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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अवश्य पढ़े-