धाव् धातु के रूप | Dhav Dhatu Roop in sanskrit | Dhav Dhatu| Dhav Dhatu 5 lakaron me | धाव् धातु के रूप पाँच लकारों में
यह एक भ्वादीगणीय धातु है। धाव् धातु उभयपदी है। संस्कृत मे सभी धातुओं को दस गणों मे बाँटा गया है। यह प्रथम गण की धातु है। इस गण की सभी धातुओं के रूप इसी धातु की तरह चलते है। सभी गण की धातुओं के रूप प्राय: एक प्रकार से ही चलते है। इस आर्टिकल मे हम पाँच लकारो मे Dhav Dhatu Roop का अध्ययन करेंगे।
धाव् धातु का हिन्दी में अर्थ
इसका हिन्दी में अर्थ दौड़ना (To run) होता है।
1.लट् लकार में धाव् धातु के रूप ( Dhav Dhatu Roop in Sanskrit)
लट लकार को हिन्दी मे वर्तमान काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे धाव् धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | धावति | धावतः | धावन्ति |
मध्यम पुरूष | धावसि | धावथः | धावथ |
उत्तम पुरूष | धावामि | धावावः | धावामः |
धाव् धातु के लट् लकार में वाक्य और उदाहरण
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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2.लृट लकार में धाव् धातु के रूप
लृट लकार को हिन्दी मे भविष्यत् काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे धाव् धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | धाविष्यति | धाविष्यत: | धाविष्यन्ति |
मध्यम पूरूष | धाविष्यसि | धाविष्यथ: | धाविष्यथ |
उत्तम पुरूष | धाविष्यामि | धाविष्याव: | धाविष्याम: |
धाव् धातु के लृट लकार में वाक्य और उदाहरण
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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3.लड़ लकार में धाव् धातु के रूप ( Lang Lakar me Dhav Dhatu Roop)
लड़ लकार को हिन्दी मे भूत काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे धाव् धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | अधावत | अधावताम | अधावन |
मध्यम पुरूष | अधावः | अधावतम् | अधावत् |
उत्तम पुरूष | अधावाम् | अधावाव | अधावाम् |
धाव् धातु के लड़ लकार मे वाक्य और उदाहरण
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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4.लोट लकार मे धाव् धातु के रूप ( Dhav Dhatu Roop in Sanskrit)
लोट लकार को हिन्दी मे आज्ञावाचक के रूप मे जाना जाता है। यह आज्ञा लेने और देने, प्रार्थना, अनुमति, आशिर्वाद आदि से सम्बन्धित है। इसमे धाव् धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | धावतु | धावताम् | धावन्तु |
मध्यम पुरूष | धाव | धावतम् | धावत |
उत्तम पुरूष | धावनि | धावाव | धावाम |
धाव् धातु के लोट लकार मे वाक्य और उदाहरण
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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5.विधिलिंङ लकार मे धाव धातु के रूप ( Dhav Dhatu Roop in Sanskrit)
विधिलिंङ लकार चाहिए के अर्थ मे प्रयोग होता है। इसमे धाव धातु के रूप निम्न है-
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथम पुरूष | धावेत | धावेताम् | धावेयु: |
मध्यम पुरूष | धावे: | धावेतम् | धावेत |
उत्तम पुरूष | धावेयम् | धावेव | धावेम |
धाव् धातु के विधिलिङ लकार मे वाक्य और उदाहरण-
संस्कृत में वाक्य | हिन्दी मेंं अर्थ |
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